गोधाम महातीर्थ आनन्दवन पथमेड़ा
जालौर जिले के सांचौर तहसील में गौधाम पथमेड़ा विश्व की सबसे बड़ी गौशाला है। जो सांचौर से 12 Km पूर्व की ओर आई हुई है।
पथमेड़ा गौशाला सन् 1993 में परम् भागवत् गौऋची स्वामी श्री दत्तशरणानन्द जी महाराज द्वारा गौपाल गोवर्धन गौशाला, पथमेड़ा
से गौसेवा मिशन प्रारम्भ किया गया था जो कि मात्र आठ देशी गायो को लेकर प्रारम्भ हुआ था।
आज पथमेड़ा गौशाला दुनिया की सबसे बड़ी व सबसे विशाल गौशाला है। कामधेनु, कपिला, सुरभि जैसे गायो के वंश को बचाना व सवर्धन करना ही इसका परम
लक्ष्य व ध्येय है।
गायो की रक्षा व सवर्धन कर गौपालको को आर्थिक, शारीरिक व आत्मिक बल को बढाना तथा गो सवर्धन की उपयोगिता व महत्व को समझाकर किसानो को आत्म निर्भर बनाना हि सार्वजनिक लक्ष्य है।
पथमेड़ा गौशाला में पंच गव्य के शुध्दि करण तथा गौउत्पादो से विविध प्रकार की दवाए तैयार की जाती है, गौबर, गौमुत्र आदि से असाहय बिमारियो का ईलाज किसा जाता
है एवं गौमाता के दुध से घी तैयार किया जाता है जो हवन के लिए देश व विदेशो मे जाता है गौधाम पथमेड़ा में धनवंतरी गो सदन में निराश्रित, दुर्घटनाग्रस्त एवं गंभीर बिमार गौवशंका ईलाज किया जाता है एवं पोस्टिक आहार मिश्रित चारा परोसा जाता है।
इस गौशाला द्वारा पूरे भारत वर्ष में सैकड़ो शाखाएं है, जिसमे लाखो गौवंश का पालन पोषण हो रहा है। इस गौशाला में दूर दराज से कई राज्यो से गौभक्त गौमाता के दर्शन के लिए आते है, तथा गौमाता के दर्शन कर लाभ प्राप्त करते है एवं पुण्य कार्य कर लाभ प्राप्त करते है।
मुख बनने की बजाय प्रमाणिक बनो ।
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